Thursday 27 February 2014

ये है मुंबई मेरी जान !

जहा हर आदमी सुबह उठकर सोचे की 
"आज मेरे ट्रेन ना छुते भगवान।"
वोह शेहेर कोई और नहीं 
ये है मुंबई मेरी जान !

जहा एक वडा पाव में दिन कट जाये,
रात २ बजे भी नुक्कड़ पे चाय मिल जाये।
सचिन और लता है जिसकी शान, 
ये है मुंबई मेरी जान !

आँखों में सपने लिए जहा रोज़ हज़ारों चले आये,
और ये शेहेर उन्हें हस्ते हस्ते अपनाये।
सारी दुनिया में जिसने रोशन किया हिंदुस्तान,
ये है मुंबई मेरी जान !

पहली बारिश के साथ जहा हर कोई मरीन ड्राइव पहुच जाये, 
रात में जोह इस रानी के गले का हार कहलाये,
इसकी खूबसूरती ही है जिसकी पहचान। 
ये है मुंबई मेरी जान !

हिंदी सिनेमा जिसे अपना घर बुलाये,
शाहरुख़, अमिताभ ने जहा ध्धके खाए,
और फिर यही कमाया शौरत और नाम।
ये है मुंबई मेरी जान !

जहा कोई किसी को वक़्त ना देपाये,
फिर भी वक़्त आने पर सब एकजुट होजाये। 
मुम्बैकर है जहा के लोगों का नाम,
ये है मुंबई मेरी जान ! 

Friday 21 February 2014

नई ज़िन्दगी की आस !!!

मैं चलता रहा वहाँ
ये रास्ते  ले चली मुझे जहाँ ,
ना सोचा है की मंजिल मिलेगी भी
रास्ता थम जायेगा जहाँ ।

फिर भी चल रहा हूँ मैं
तलाशते हुए खुद को।
इन रास्तों की गोद में
भुलाता हर तकलीफ को।

ऊघ  चूका हूँ मैं
अपनी घिसी पिटी ज़िन्दगी से,
अप्ने शेहेर से, गली चौराहे से,
घर के चार दीवारों के बंदगी से।

पीछें छोड़ के वोह दुनिया
अब तो मुझे बस उड़ना है।
हर देश, हर शेहेर, हर गली,
सब को अपना बनाना है।

नए लोग, नए रिश्ते,
होगी एक नई शुरुवात।
फिर भी दिल में आस होगी
काश होता जिग्री दोस्तों का साथ।